भारत का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा, इसका फैसला 9 सितंबर को होने वाले चुनाव में होगा। इस बार सीधा मुकाबला है—NDA के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल CP राधाकृष्णन बनाम INDIA ब्लॉक के उम्मीदवार और पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज B. सुधर्शन रेड्डी।
जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को अचानक इस्तीफ़ा देने के बाद ये चुनाव हो रहे हैं।
कौन हैं दोनों उम्मीदवार?
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CP राधाकृष्णन: तमिलनाडु से बीजेपी के वरिष्ठ नेता, फिलहाल महाराष्ट्र के राज्यपाल।
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B. सुधर्शन रेड्डी: तेलंगाना से, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज।
दोनों ही दक्षिण भारत से आते हैं, जिससे चुनाव को एक दिलचस्प मोड़ मिला है।
चुनाव कैसे होता है?
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मतदान 9 सितंबर को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा।
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उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों के सांसद मिलकर करते हैं।
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लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित सदस्य ही नहीं, बल्कि राज्यसभा के नामित सदस्य भी इसमें वोट डाल सकते हैं।
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इस बार चुनाव में कुल 781 सांसद वोट डालेंगे (788 सीटों में से कुछ रिक्त हैं)।
NDA vs INDIA ब्लॉक: किसके पास कितनी ताकत?
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NDA:
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लोकसभा में 293 सांसद
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राज्यसभा में 129 सांसद
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कुल = 422 सांसदों का समर्थन
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यानी NDA पहले से ही बहुमत के आंकड़े से ऊपर है।
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INDIA ब्लॉक:
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लगभग 300 सांसदों का समर्थन
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इसमें कांग्रेस, DMK, समाजवादी पार्टी, शिवसेना (उद्धव गुट), NCP (शरद पवार गुट), CPM, RJD, JMM, AAP और IUML शामिल हैं।
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INDIA ब्लॉक इस चुनाव को वैचारिक लड़ाई बताकर पेश कर रहा है, लेकिन आंकड़े NDA के पक्ष में मज़बूत हैं।
किसका क्या स्टैंड?
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बीजू जनता दल (BJD): पार्टी ने घोषणा की कि वह मतदान से दूर रहेगी। उनका कहना है कि वे NDA और INDIA, दोनों से “बराबर दूरी” बनाए रखेंगे। हालांकि राजनीतिक जानकार मानते हैं कि इससे NDA को अप्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
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BRS (भारत राष्ट्र समिति): तेलंगाना के K.T. रामाराव ने ऐलान किया कि वे वोटिंग से दूर रहेंगे। वजह बताई—राज्य के किसानों को यूरिया संकट पर केंद्र और कांग्रेस दोनों ने नज़रअंदाज़ किया।
नतीजा किस ओर इशारा करता है?
साफ़ है कि इस चुनाव में NDA उम्मीदवार CP राधाकृष्णन मज़बूत स्थिति में हैं और उनका जीतना लगभग तय माना जा रहा है।
वहीं, INDIA ब्लॉक के सुधर्शन रेड्डी विपक्ष को एकजुट कर “संवैधानिक मूल्यों” की लड़ाई का संदेश देना चाहते हैं।
उपराष्ट्रपति चुनाव में सीधा मुकाबला
👉 कुल मिलाकर, ये मुकाबला सिर्फ़ संख्याओं का नहीं बल्कि विचारधाराओं का भी है। पर जीत का गणित कह रहा है—देश का अगला उपराष्ट्रपति बनने की सबसे अधिक संभावना CP राधाकृष्णन की है।